प्रयागराज में अखाड़ा परिषद की बैठक में हंगामे के बाद मारपीट,साधु-संतों में जमकर चले लात-घूंसे –
✍️रवि शर्मा
प्रयागराज:- उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में संगम की रेती पर महाकुंभ 2025 से पहले अखाड़ों की बैठक मे आपसी मतभेद को लेकर मेला प्राधिकरण के दफ्तर में ही दो गुटों मे मार-पीट हो गई। इस बीच अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री स्वामी हरी गिरी ने झगड़ा शांत कराया। मेला प्राधिकरण कार्यालय में संतों ने एक-दूसरे पर जमकर मुक्के बरसाए। यह घटना अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी और महामंत्री हरी गिरी की उपस्थिति में हुई, जिसमें मेला प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहे।
मारपीट की वजह से देर तक अफरा-तफरी का माहौल रहा. इस वजह से बैठक भी नहीं हो सकी.
प्रयागराज महाकुंभ को लेकर अखाड़ों की बैठक में जमकर हंगामा हो गया. संत महात्माओं में आपस में जमकर मारपीट हुई. अखाड़ों से जुड़े संतों ने एक दूसरे पर थप्पड़ बरसाए, इतना ही नहीं लात घूंसे भी चले. महाकुंभ के मेला प्राधिकरण के अखाड़ों की बैठक कार्यालय में होनी थी. अखाड़ा परिषद इन दिनों आपस में दो गुटों में बटा हुआ है. दोनों गुटों के पदाधिकारी इस बैठक में आमने-सामने हो गए और वाद विवाद के बाद मारपीट भी हुई.
दरअसल मारपीट की वजह से देर तक अफरा-तफरी का माहौल रहा. संतो के बीच हुई आपसी मारपीट की वजह से बैठक भी नहीं हो सकी. बता दें कि प्रयागराज मेला प्राधिकरण के दफ्तर में बैठक होनी थी. प्राधिकरण ने बैठक के लिए अखाड़ा परिषद के दोनों गुटों को बुलाया था. औपचारिक तौर पर बैठक की शुरुआत होने से पहले ही हंगामा शुरू हो गया. मारपीट की इस घटना में कुछ संतो को मामूली चोट भी आई हैं. मिली जानकारी के अनुसार पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र गिरी की मौत के बाद से ही अखाड़ा परिषद दो गुटों में बटा हुआ है.
इस मामले को लेकर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने कहा कि जमीन आवंटन को लेकर विवाद है, कुछ संतों की तरफ से हंगामा हुआ. महाकुंभ के लिए जमीन आंवटन को लेकर संत आपस में भिड़े, दोनों गुटों को बैठक के लिए बुलाया गया था.
निर्मोही अखाड़े के अध्यक्ष राजेंद्र दास ने कहा जब भी कोई मेला होता है तो जो अखाड़े के पदाधिकारी हैं उन्हें बुलाया जाता है. लेकिन कुंभ मेले में ये दो तीन बार हुआ है कि पदाधिकारियों को न बैठाकर दूसरों को बैठाया जाता है जैसे जूना अखड़ा. जूना अखाड़ों को रिकॉर्ड अच्छा नहीं है, झगड़ा करना और विवाद करना ही काम है. हम को वहां बैठने को जगह नहीं मिली तो हम बोले इस पर ही जूना अखाड़े प्रेम गिरी ने अटैक कर दिया.
महाकुंभ में आएंगे 40 करोड़ श्रद्धालु –
महाकुंभ 2025 का सफल आयोजन सीएम योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकताओं में से एक है. ऐसे में यूपी सरकार इस आयोजन को दिव्य और भव्य बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है.महाकुंभ मेले में लगभग 40 करोड़ लोगों के प्रयागराज आने का अनुमान है, जो कि पिछले कुंभ मेले की तुलना में ढेड़ से दो गुना है. महाकुंभ में प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं का मुख्य गंतव्य स्थल त्रिवेणी संगम है. त्रिवेणी संगम को शहर से जोड़ने वाली सभी सड़कों का निर्माण तेजी से किया जा रहा है.