पीएम विश्वकर्मा योजना में कारीगरों/लाभार्थियों को उपकरण किट पहुँचाने में डाक विभाग निभा रहा अहम भूमिका-पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव –

गुजरात:- डाक विभाग अब पत्र व पार्सलों के साथ-साथ सरकार की तमाम जनकल्याणकारी योजनाओं और इनके लाभों को भी लोगों तक पहुँचा रहा है। देश के हर कोने में, हर दरवाजे पर डाक विभाग की पहुँच है और वह लोगों के सुख-दुःख में बराबर रूप से जुड़ा हुआ है। उक्त उद्गार उत्तर गुजरात परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने 20 सितंबर को महेसाणा डाक मंडल के निरीक्षण के दौरान व्यक्त किए। महेसाणा प्रधान डाकघर में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के अंतर्गत वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया। डाक अधीक्षक श्री एच.सी परमार ने पोस्टमास्टर जनरल का स्वागत करते हुए महेसाणा में डाक सेवाओं की प्रगति के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
पोस्टमास्टर जनरल – कृष्ण कुमार यादव ने इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के माध्यम से मात्र ₹399 में टाटा समूह की दुर्घटना सुरक्षा पॉलिसी लेने वाले मेहसाणा के श्री बाबूभाई रबारी की आकस्मिक मृत्यु पश्चात उनके परिजनों को ₹ 10 लाख का दावा भुगतान भी चेक प्रदान कर किया।
पोस्टमास्टर जनरल – कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि पीएम विश्वकर्मा योजना में भी डाक विभाग द्वारा अहम भूमिका निभाई जा रही है। इसके तहत कारीगरों / लाभार्थियों को उपकरण किटें डाक विभाग के माध्यम से प्रदान की जा रही हैं। उक्त के तहत पूरे भारत में सर्वप्रथम उत्तर गुजरात परिक्षेत्र के अन्तर्गत महेसाणा ज़िले के जगन्नाथपुरा गांव निवासी श्री रमेशभाई बाबूभाई सेनमा को प्रथम किट वितरित कर अग्रणी भूमिका निभाई।
पोस्टमास्टर जनरल – कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि “पीएम विश्वकर्मा योजना” सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (M/o MSME) द्वारा पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के उत्कर्ष के लिए आरंभ की गई है, जो विभिन्न व्यवसायों जैसे लोहार, सुनार, कुम्हार, बढ़ई और मूर्तिकला इत्यादि में संलग्न हैं। इसका उद्देश्य सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करना और उन्हें औपचारिक अर्थव्यवस्था और वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं में एकीकृत करना है। इस योजना को राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम (NSIC) के माध्यम से लागू किया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत 18 पहचाने गए व्यवसायों के लिए कारीगरों / लाभार्थियों को उपकरण किटें डाकघरों के माध्यम से वितरित की जायेंगी। भारतीय डाक विभाग इस योजना में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (MSME) का लॉजिस्टिक्स भागीदार है, जो देश भर में लाभार्थियों के लिए उपकरण किटों की सुचारू आवाजाही और डिलीवरी को सुनिश्चित करेगा।
पोस्टमास्टर जनरल – कृष्ण कुमार यादव ने महेसाणा मंडल में डाक सेवाओं की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की। महेसाणा मंडल में वर्तमान में कुल 6.77 लाख बचत खाते, 79 हज़ार आईपीपीबी खाते, 66 हज़ार सुकन्या समृद्धि खाते, 3906 महिला सम्मान बचत पत्र खाते खोले गए हैं। महेसाणा में 61 गाँवों को ‘सम्पूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम, 100 गाँवों को ‘सम्पूर्ण बीमा ग्राम’ और 05 गाँवों को फाइव स्टार विलेज भी बनाया जा चुका है। महेसाणा प्रधान डाकघर में संचालित पासपोर्ट सेवा केंद्र के माध्यम से इस वित्तीय वर्ष में 7015 लोगों ने पासपोर्ट बनवाया। 14 हजार लोगों ने डाकघर के माध्यम से नया आधार बनवाया या अपडेट किया, वहीं 70 हज़ार लोगों ने इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के माध्यम से सीईएलसी के अंतर्गत इसका लाभ उठाया। 69 हजार से ज्यादा लोगों को घर बैठे आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम के माध्यम से 22.4 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया।
पोस्टमास्टर जनरल – कृष्ण कुमार यादव ने महेसाणा प्रधान डाकघर के विजिट के दौरान सभी कर्मियों से लोगों के प्रति अच्छे व्यवहार पर जोर दिया।वित्तीय वर्ष के शेष माह में व्यापक अभियान चलाकर विभिन्न सेवाओं में आवंटित लक्ष्यों की प्राप्ति पर जोर दिया। साथ ही साथ विभिन्न सेवाओं से आम जन को जोड़ने, जन परिवाद के त्वरित निस्तारण और ग्राहकों के प्रति संवेदनशीलता पर जोर दिया।
इस अवसर पर महेसाणा के अधीक्षक डाकघर -एच सी परमार, सहायक अधीक्षक डाकघर – आर एम रबारी,एन के परमार, विशाल ब्रह्मभट्ट, महेसाणा आईपीपीबी वरिष्ठ प्रबंधक – जे रोहित और महेसाणा हेड पोस्ट ऑफिस के पोस्टमास्टर – डी जी पटेल उपस्थित रहे।