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पत्रों की दुनिया से लोगों को जोड़ने हेतु डाक विभाग की अनूठी पहल : राष्ट्रीय पत्र लेखन प्रतियोगिता ‘ढाई आखर’ का आयोजन- पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव –

अहमदाबाद:- भारतीय डाक विभाग द्वारा लोगों में पत्र लेखन को प्रोत्साहित करने हेतु राष्ट्रीय स्तर पत्र लेखन प्रतियोगिता ‘ढाई आखर’ का आयोजन किया जा रहा है। उत्तर गुजरात परिक्षेत्र, अहमदाबाद के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि इस प्रतियोगिता में ‘लेखन का आनंद: डिजिटल युग में पत्रों का महत्व’ विषय पर प्रतिभागियों को अपने विचारों को व्यक्त करते हुए एक पत्र लिखना होगा, जिसे चीफ पोस्टमास्टर जनरल, गुजरात परिमंडल, अहमदाबाद-380001 को संबोधित करना है। इस प्रतियोगिता में पत्र चुने जाने पर पाँच हजार से पचास हजार रूपये तक का पुरस्कार भी मिलेगा। इसके लिए विभिन्न स्कूल-कॉलेज डाक विभाग के साथ मिलकर अपने यहाँ पर आयोजन कर सकते हैं। इसकी अंतिम तिथि 14 दिसम्बर, 2024 है।

पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि इस ‘ढाई आखर’ पत्र लेखन प्रतियोगिता में किसी भी उम्र के लोग भाग ले सकते हैं। पहला वर्ग 18 वर्ष तक तथा दूसरा 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग का होगा। पत्र डाक विभाग द्वारा जारी अंतर्देशीय पत्र अथवा लिफाफे में ही स्वीकार्य होगा, जिसमें क्रमशः 500 और 1,000 शब्दों में अंग्रेजी, हिन्दी अथवा स्थानीय भाषा में हाथ से पत्र लिखा जा सकता है। पत्र में अपना पूरा नाम, पता, जन्मतिथि, मोबाइल नंबर और विद्यालय के नाम सहित संबंधित परिमंडल के चीफ पोस्टमास्टर जनरल के पते पर 14 दिसम्बर, 2024 तक भेजना होगा।

पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि प्रतियोगिता के विजेताओं को राज्य और राष्ट्रीय स्तरों पर विभिन्न 4 श्रेणियों में तीन-तीन पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। इनमें परिमंडलीय (राज्य) स्तर पर चयनित श्रेष्ठ पत्रों को प्रथम, द्वितीय व तृतीय श्रेणी में क्रमश: 25 हजार, 10 हजार व 5 हजार रूपए का पुरस्कार दिया जायेगा। राष्ट्रीय स्तर पर चयनित श्रेष्ठ पत्रों को प्रथम, द्वितीय व तृतीय श्रेणी में क्रमश: 50 हजार, 25 हजार व 10 हजार रूपए का पुरस्कार दिया जायेगा। कुल मिलाकर पूरे देश में 40 लाख 20 हजार रूपये के पुरस्कार विजेताओं को दिए जायेंगे। इस संबंध में ज्यादा जानकारी के लिए विभिन्न मंडलों के अधीक्षक और प्रधान डाकघर के पोस्टमास्टर से संपर्क किया जा सकता है।

पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि आज की तेज़-तर्रार दुनिया में, जहाँ संचार बड़े पैमाने पर डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर स्थानांतरित हो गया है, पत्र लिखने की कला अभी भी जीवंत है। पत्र हमारे दिलों में एक विशेष स्थान रखते हैं क्योंकि वे अपने साथ पुरानी यादों, आत्मीयता और व्यक्तिगत स्पर्श की भावना रखते हैं जिसे टेक्स्ट संदेश या ईमेल में नहीं मिल सकता। ऐसे में ‘ढाई आखर’ अभियान न केवल पत्र लेखन की कला का जश्न है, बल्कि यह देश भर के व्यक्तियों के लिए अपने विचारों, भावनाओं व विचारों को एक अर्थपूर्ण और दिल से व्यक्त करने का अवसर भी प्रदान करता है।

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