
अलीगढ़:- रायबरेली से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी आज शुक्रवार अलीगढ़ जिले के पिलखना गांव पहुंच कर हाथरस हादसे के पीड़ित परिवारों से मुलाकात की।इस दौरान एक बच्ची राहुल गांधी के गले लगकर फफक-फफक कर रोने लगी।राहुल गांधी से मिली एक बुजुर्ग महिला ने अपनी नम आंखों से उनको बताया की कैसे इस हादसे ने उनके परिवार की जिंदगी बदल दी।
राहुल गांधी ने 25 मिनट तक पीड़ित परिवार वालों से मुलाकात की।बता दें हाथरस के सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र के फुलरई गांव में मंगलवार को सत्संग में भगदड़ मच गई थी, जिसमें 121 लोगों की मौत हो गई थी और एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।इस हादसे में मरने वाले 121 लोगों में 17 अलीगढ़ से थे और 19 लोग हाथरस से थे।
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राहुल गांधी सबसे पहले मंजू देवी के घर पहुंच कर उनके पति छोटे लाल और परिवार से मुलाकात की।हाथरस हादसे में मंजू देवी और उनके बेटे की मौत हो गई थी।राहुल गांधी ने हादसे के बारे में जानकारी ली।पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।मंजू देवी की बेटी ने कहा कि इलाज में जैसी मदद होनी चाहिए वो नहीं हो सकी। राहुल गांधी ने कहा कि आप परेशान न हो पूरी मदद की जायेगी।राहुल गांधी पिलखना गांव में ही दो और परिवार शांति देवी और प्रेमवती के घर भी पहुंचे।
हाथरस हादसे के शोक संतप्त परिवारों से मिलने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि दुख की बात है बहुत परिवारों को नुकसान हुआ है।काफी लोगों की मृत्यु हुई है,प्रशासन की कमी तो है और गलतियां हुई हैं,मुआवज़ा सही मिलना चाहिए। राहुल गांधी ने कहा कि मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से विनती करता हूं कि दिल खोलकर मुआवजा दें,मुआवज़ा जल्दी से जल्दी देना चाहिए।परिवारवालों से मेरी बातचीत हुई है।
बता दें कि तीन जुलाई को मुख्यमंत्री योगी ने ने भी हाथरस का दौरा किया था।सीएम अस्पताल में पीड़ित और उनके परिवारों से मिले थे।इधर हादसे की जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग की पहली बैठक गुरुवार शाम सीतापुर जिले के नैमिषारण्य में हुई।आयोग के अध्यक्ष रिटायर्ड जज बृजेश श्रीवास्तव ने कहा कि बहुत जल्द आयोग की टीम हाथरस जाएगी और सबूत इकट्ठा करेगी।
बता दें कि यूपी हाथरस हादसे में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आयोजन समिति के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिसमें में चार पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं।इनकी पहचान राम लड़ैते,उपेंद्र सिंह,मेघ सिंह,मुकेश कुमार,मंजू यादव और मंजू देवी के रूप में हुई है।पुलिस की पूछताछ में पता चला कि यह लोग आयोजन समिति से जुड़े थे।इन्होंने इससे पहले भी कई कार्यक्रमों का आयोजन करवाया है।इन लोगों का काम पंडाल की व्यवस्था और लोगों को एकत्रित करना था।