
लखनऊ:- शहर भर में फर्राटा भर रहे तमाम ई-रिक्शा चालकों में नाबालिग ई-रिक्शा चालक भी है जो फर्राटा भरते हुए आसानी से नज़र आ जाते है ! सवारियों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे इन नाबालिगों को आधार और लाइसेंस में क्या फर्क है इसका उन्हें ज्ञान नही चारबाग़ क्षेत्र में एक नाबालिग ई-रिक्शा चालक से जब लाइसेंस मांगा गया तो उसने बिना सोचे समझे तपाक से अपनी जेब मे हाथ डालकर अपना आधार निकाल कर दे दिया !
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बोला ये लो , जब उससे पूछा गया ये तो आधार है तो उसने कहा मुझे नही मालूम लाइसेंस क्या होता है ! समाज में अशिक्षित नाबालिग वर्ग इसे नही समझता कि आखिर लाइसेंस भी कोई चीज़ है ! आखिर शहर भर में बिना लाइसेंस फर्राटा भर रहे नाबालिग ई-रिक्शा चालकों के खिलाफ प्रशासन कब कार्यवाही करेगा आखिर कब जागेंगे ज़िम्मेदार अफसर जिस उम्र में इन बच्चो के हाथ मे पेंसिल और किताब होनी चाहिए इस नासमझ उम्र में नाबालिगों के हाथ मे रिक्शे का हैंडल है ! बच्चो में शिक्षा की अलख जगाने की राज्य सरकार की मुहिम आखिर कब रंग लाएगी ! या फिर फाइलों में ही आदेश सिमट कर रह जाएंगे ! स्कूल चलो अभियान, शिक्षार्थ आइये सेवार्थ जाइये जैसे स्लोगन सिर्फ दीवारों पर अच्छे लगते रियाल लाइफ में समाज की हकीकत कुछ और ही है !