दीपोत्सव की महीनों पहले से हुई थी तैयारी,सीएम योगी ने खुद संभाली थी कमान,रामनगरी ने बनाया नया इतिहास –
अयोध्या:– रामनगरी अयोध्या ने भव्य दीपोत्सव पर एक बार फिर नया इतिहास बनाया है।भव्य दीपोत्सव गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हो गया है।ये नया इतिहास रामनगरी में एक साथ 2512585 दीये जलने से बना है।वैसे तो हर साल रामनगरी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भव्य दीपोत्सव का आयोजन करवाते हैं,लेकिन इस बार भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद सीएम योगी ने दीपोत्सव को बेहद खास बना दिया था।
इस बार दीपोत्सव को देखने के लिए और भगवान राम से साक्षात्कार करने के लिए लाखों की संख्या में देशी और विदेशी लोग रामनगरी पहुंचे हैं।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस बार होने वाले दीपोत्सव को लेकर कई महीने पहले ही शुरू तैयारी कर दी थी।संबंधित अधिकरियों के साथ मीटिंग कर कार्यक्रम की रूप रेखा तय की थी।तय किया गया था कि इस बार सरयू के विभिन्न तटों पर 28 लाख दीये जलाए जाएंगे।उसी समय सीएम ने तय किया था कि एक साथ इतने दीए जलाकर विश्व रिकार्ड बनाना है।इसके लिए सरयू के कुल 55 घाटों पर तैयारी की गई थी। 28 लाख तो नहीं,लेकिन 25 लाख 12 हजार से ज्यादा दीये जलाकर तय समय पर रामनगरी को रोशन कर दिया गया था।
दीपोत्सव बड़ा आयोजन था और इसे देखने के लिए देश विदेश के लोग भी रामनगरी पहुंचे थे।खुद गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के अधिकारी भी दीपोत्सव को देखने पहुंचे थे। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के अधिकारी जरूरी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद दीपोत्सव को वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल कर लिया।
दीपोत्सव को भव्य बनाने के लिए सरयू के 55 घाटों को ही नहीं, बल्कि 70 एकड़ के रामजन्मभूमि परिसर को भी फूल माला,तोरण द्वारा और दीयों से सजाया गया था।इस सजावट से रामजन्मभूमि खासतौर पर निर्माणाधीन राममंदिर दुल्हन की तरह दिखाई दे रही थी।इस बार दीपोत्सव में सभी दीये में 30 एमएल तेल भरा गया था।पिछले साल दीपोत्सव पर सभी दीयों में तेल की मात्रा 40 एमएल थी।सभी दीयों में 10 एमएल तेल की कटौती से इस बार दीपोत्सव में 91 हजार लीटर सरसों के तेल का इस्तेमाल हुआ।पिछले साल भी इतना ही तेल इस्तेमाल हुआ था,लेकिन इस बार दीयों की संख्या काफी बढ़ी थी।
दीपोत्सव से पहले भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण के साथ पुष्पक विमान (हेलीकाफ्टर) से पहुंचे। सीएम योगी ने उनका स्वागत किया।पूरा राम दरबार रथ पर सवार हुआ तो सीएम योगी ने अपने हाथों से रथ को खींचा और रामकथा पार्क लाया गया।यहां सीएम योगी ने भगवान राम की आरती उतारी और राज तिलक किया।
इस भव्य शोभायात्रा में साकेत महाविद्यालय के छात्रों ने पुत्रेष्टि यज्ञ से लेकर भगवान राम के राजतिलक तक के विभिन्न प्रसंगों को बड़े ही सुंदर ढ़ंग से झांकियों के रूप में प्रस्तुत किया। इन झांकियों में न केवल भगवान राम के जीवन के महत्वपूर्ण अध्यायों का दर्शन कराया गया बल्कि उनमें शामिल कलाकारों के अभिनय ने दृश्य को और भी जीवंत बना दिया।भव्य शोभायात्रा साकेत महाविद्यालय से शुरू होकर रामनगरी के प्रमुख चौराहों से गुजरते हुए राम कथा पार्क पर खत्म हुई।
साकेत महाविद्यालय की 18 झांकियों में से 11 झांकियां सूचना विभाग की ओर से और सात झांकियां पर्यटन विभाग द्वारा तैयार की गई हैं। पर्यटन विभाग द्वारा सजाई गई झांकियों में तुलसीदास रचित रामचरितमानस के सात अध्यायों बालकांड,अयोध्या कांड,अरण्य कांड,किष्किंधा कांड,सुंदर कांड,लंका कांड और उत्तर कांड पर आधारित सुंदर दृश्य प्रस्तुत किए गए।
इसके साथ ही भगवान राम की शिक्षा,सीता-राम विवाह,वन गमन,भरत मिलाप,शबरी प्रसंग,अशोक वाटिका,हनुमान का लंका गमन,शक्तिबाण लगने से लक्ष्मण का मूर्छित होना,रावण वध,अयोध्या आगमन और दीपोत्सव पर आधारित झांकियों का विशेष प्रदर्शन किया गया।