तीन बहनों समेत चार बच्चियों की बकुलाही नदी में डूबने से मौत,सीएम योगी ने जताया दुख,राजा भइया ने परिवार से मिलकर व्यक्त किया दुख –

प्रतापगढ़:- उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में बड़ा हादसा हुआ है।कुंडा कोतवाली क्षेत्र के चैती का पुरवा में मिट्टी के चूल्हे की पुताई करने के लिए बकुलाही नदी से मिट्टी निकालने गई तीन सगी बहनों समेत एक पारिवारिक बहन की नदी में डूबने से मौत हो गई।इस हादसे से पूरे इलाके में मातम पसरा हुआ है।
महेशगंज थाना क्षेत्र के डिहवा जलालपुर गांव के जीतलाल सरोज ईंट भट्टे पर मजदूरी करता है।इस समय जीतलाल पंजाब में ईंट भट्ठे पर मजदूरी कर रहा है।गुरुवार सुबह लगभग साढ़े़ 8 बजे जीतलाल की तीनों बेटी स्वाति (13 वर्ष), संध्या (10 वर्ष), चांदनी (7 वर्ष) और उसके बड़े भाई पृथ्वीपाल सरोज की बेटी प्रियांशी उर्फ गुंजन (7 वर्ष) और पड़ोसी बिरजू की बेटी सृष्टि (5 वर्ष) के साथ कुंडा कोतवाली क्षेत्र के चेती राम सिंह का पुरवा मंजरे लरू गांव से गुजरी बकुलाही नदी से मिट्टी के चूल्हे की पुताई के लिए तसला लेकर मिट्टी निकालने गई थी।नदी में उतरने के बाद सबसे छोटी होने के कारण सृष्टि को नदी के सूखे स्थान पर रोककर अन्य सभी बच्चियां नदी में मिट्टी निकालने के लिए पानी वाले स्थान में उतरने लगी,लेकिन जैसे ही वे सभी नदी में उतरने लगी सभी पैर फिसलने से गहरे पानी में चली गई डूबने लगीं।सभी को डूबता हुआ देखकर सृष्टि वहां से रोते हुए भाग निकली।रास्ते में कुछ महिलाएं घास छील रही थी वे सृष्टि को रोता हुआ देखा तो उससे रोने का कारण पूछा।सृष्टि ने घटना बताई तो महिलाओं ने गांव जाकर में हल्ला मचाया।मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने जब बच्चियों को नदी से निकाला तो सभी की मौत हो चुकी थी।परिजन शव लेकर घर चले गए,सूचना मिलने पर महेशगंज और कुंडा पुलिस मौके पर पहुंची।पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर गहरा दुःख जताया है। वहीं जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी के मुखिया कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भइया और बाबागंज विधायक विनोद सरोज गांव पहुंच कर परिजनों से मुलाकात की और और दुख व्यक्त किया। राजा भइया ने कहा कि मृत बच्चियों के परिजनों को 4 लाख रुपये की शासकीय सहायता दिलाई जाएगी।जनसत्ता दल परिवार की तरफ से 1 लाख रुपये दिया जाएगा।परिवार को हर संभव मदद करने का आश्वासन भी दिया।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि कुछ स्थानीय लोगों द्वारा जेसीबी मशीन से मिट्टी की अवैध खुदाई कराई गई थी,जिससे नदी में गहरे गड्ढे बन गए थे।इन्हीं गड्ढों की वजह से बच्चियां गहरे पानी में चली गईं और हादसे की शिकार हो गईं।स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस लापरवाही के लिए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि नदी की खुदाई नियंत्रित और सुरक्षित तरीके से होती तो यह हादसा टल सकता था।
बकुलाई नदी में खनन माफियाओं द्वारा अवैध खनन करके मिट्टी की खुदाई करने से चार बच्चियों की मौत हो गई। खनन,राजस्व और पुलिस की लापरवाही से नदी,नालों में जमकर खनन माफियाओं द्वारा मिट्टी का अवैध खनन किया जाता है।घटना स्थल पर भी बकुलाही नदी में कई स्थानों में खनन करने के कारण गहरा पानी भरा हुआ था।कुंडा एसएचओ अवन कुमार दीक्षित द्वारा जब डंडा लेकर पानी की गहराई नापी गई तो करीब 7 फीट डंडा पानी डूब गया।अवैध खनन से हुए गहरे गड्ढे के कारण हुई मौत पर जिला प्रशासन खामोश है।