डोनाल्ड ट्रम्प ,ग्रीट विल्डर्स की तरह राजा भैया ने भी आतंकवाद को परिभाषित कर दिया

दिव्य अग्रवाल
आतंकवाद से पूरा विश्व पीड़ित पर सार्वजनिक मंच से अब तक यही कहा गया की आतंकवाद का कोई मजहब नहीं परन्तु विश्व के कुछ प्रभावी व्यक्ति आतंकवाद का मजहब अपने अपने शब्दों में व्यक्त करने लगे हैं। भारत के प्रधानमंत्री मोदी जी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी महाराज ने अनेको बार आतंकवाद को अपने विचारो से परिभाषित किया है और लोगो को जागरूक करने का प्रयास निरंतर किया जा रहा है। आतंकवाद का वास्तविक मजहब क्या है इसको डोनॉल्ड ट्रम्प , ग्रीट विल्डर्स और अब कुंडा विधायक भदरी रियासत के प्रभावी व्यक्ति राजा रघुराज प्रताप सिंह जी उर्फ़ राजा भैया ने भी परिभाषित कर दिया है । राजा भैया ने एक मीडिया साक्षात्कार में आतंकवाद को जिहादी आतंकवाद घोषित करते हुए पूरी दृढ़ता के साथ कहा की हिन्दू समाज की निरंतर हत्या जिहादी आतंकवाद द्वारा की जाती रही हैं । भारत में जितने भी बम धमाके मंदिरो आदि स्थलों पर हुए वो सब जिहादी आतंकवाद का ही परिणाम है । राजा भैया ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए यहां तक भी कहा की काशी में जिस प्रकार शिवालय को तोड़कर मज्जिद बनाई गयी कितना अच्छा होता यदि महाकुम्भ के जल से बाबा विश्वनाथ के मूल स्थान और शृंगार गौरी का अभिषेक होता ।
सोचा जाए तो राजा भैया ने जो बाते कही वह सभी बातें सम्पूर्ण सनातनी समाज , हिन्दू धर्माचार्य आदि के लिए विचारणीय है सैकड़ो वर्ष हो गए हिन्दू समाज पर हमले केवल इसीलिए ही होते रहे क्यूंकि इस्लाम मजहब में हिन्दू समाज को काफिर की श्रेणी में रखा गया और काफिर के साथ क्या क्या करना चाहिए यह बात मजहबी शिक्षा देने वाली पुस्तकों में सर्वविदित है ।अब भी समय है राजा भैया जैसे उन सभी प्रभावी व्यक्तियों के विचारो का मंथन सम्पूर्ण मानवता को करना होगा और समझना होगा की जिहादी आतंकवादी, गैर इस्लामिक समाज अर्थात काफिरो की निर्मम हत्या करने हेतु क्यों आतुर रहते हैं ।
लेखक व विचारक