डीएम ने किया जिला चिकित्सालय का निरीक्षण

बांदा। जिला चिकित्सालय का सोमवार को जिलाधिकारी ने आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होने औषधि भण्डार, सीएमएस कार्यालय, चिकित्सकों की उपस्थिति, पुरुष एवं महिला वार्ड, औषधि वितरण केन्द्र, एक्स-रे एवं अल्ट्रासाउण्ड कक्ष को बारीकी से परखा। इस दौरान औषधि भण्डारण कक्ष बन्द मिला। उन्होंने सीएमएस कक्ष से अस्पताल में संचालित कैमरों द्वारा निगरानी का निरीक्षण करते हुए सभी कैमरों को संचालित रखने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल ने हृदय रोग डाक्टर शिशिर चतुर्वेदी के ड्यूटी में देरी से उपस्थित होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी चिकित्सकों को समय से उपस्थित रहने के निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान डॉ० मोहित, डॉ० देव व डॉ० हृदयेश पटेल अनुपस्थित मिले तथा डॉ० ए० के० राजपूत, डॉ० हर दयाल, डॉ० आलोक उपस्थित मिले। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ० आर० के० गुप्ता को निर्देश दिये कि पैरा मेडिकल स्टॉफ, नर्स व चिकित्सक समय से अस्पताल में अपनी ड्यूटी में उपस्थित रहें। उन्होंने अनुपस्थित मिले चिकित्सकों एवं स्टाफ का एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश दिये। उन्होंने इमरजेन्सी वार्ड तथा आयुष्मान वार्ड का निरीक्षण करते हुए इमरजेन्सी वार्ड में भर्ती किये जाने वाले मरीजों को तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराये जाने एवं नियमित देखभाल रखे जाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने दवा वितरण केन्द्र का निरीक्षण करते हुए अस्पताल में उपलब्ध दवाओं के स्टॉक रजिस्टर का अवलोकन कर निर्देश दिये कि प्रतिदिन दवाओं के वितरण के पश्चात स्टॉक में उपलब्ध बची दवाओं का अंकन किया जाए। उन्होंने महिला वार्ड एवं पुरुष वार्ड का निरीक्षण किया तथा वार्ड में भर्ती महिला मरीजों से अस्पताल से मिल रही चिकित्सा सुविधा तथा डाक्टरों के राउण्ड किये जाने व समुचित इलाज के बारे में जानकारी ली और निर्देश दिये कि नियमित रूप से डाक्टर वार्डों में भर्ती मरीजों का निरीक्षण कर बेहत्तर चिकित्सा उपलब्ध करायें। उन्होंने बर्न वार्ड, बच्चा वार्ड में भर्ती बच्चों के इलाज, पैथालॉजी को देखने के बाद एक्स-रे एवं अल्ट्रासाउण्ड कक्ष का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान तीन एक्स-रे मशीन संचालित पायी गयी। उन्होंने अल्ट्रासाउण्ड व एक्स-रे के मरीजों की संख्या अधिक होने पर सीएमएस को मेडिकल कॉलेज से रेडियोलॉजिस्ट को अटैच कराये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने रसोई घर का निरीक्षण, शौचालय में गन्दगी मिलने पर साफ-सफाई रखने के निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान नगर मजिस्ट्रेट, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एवं अन्य चिकित्सक मौजूद रहे।