
✍️ इकबाल अहमद
लखनऊ:- राजधानी लखनऊ में तेजी से बढ़ते अतिक्रमण एवं बदहाल यातायात व्यवस्था से आम नागरिक का पैदल चलना भी मुश्किल
जिसमें मुख्य रूप से थाना अमीनाबाद क्षेत्र, पाण्डेय गंज, नाका थाना अंतर्गत विजयनगर क्षेत्र, नक्खास, चरक चौराहा चौक आदि, यह सभी क्षेत्र अतिक्रमण एवं ई-रिक्शा से जाम से जूझ रहे हैं।
अमीनाबाद एक बड़ा व्यावसायिक केंद्र होने के बाद भी यहां सबसे बुरा हाल है यहां तो चौकियों के बाहर तक पटरी दुकानदारों ने चौकी के चारों तरफ अतिक्रमण कर रखा है और पुलिस तमाशा बीन बनी है
विभागीय लापरवाहियों के कारण आम नागरिक दिनभर जाम से जूझता रहता है पुलिस प्रशासन, नगर निगम, एवं आरटीओ, की अनदेखी से राजधानी दिन प्रतिदिन अतिक्रमण की भेंट चढ़ती जा रही है
कुछ मह पूर्व ई-रिक्शा को लेकर कुछ नियम कानून लागू किए गए थे जिसमें पुराने हो चुके ई रिक्शा को बैन करने कम उम्र के नाबालिक बच्चों के ई रिक्शा चलाने पर, उनके माता-पिता पर FIR दर्ज करने तक की बात की गई थी
लेकिन यह सारे नियम हवा हवाई साबित हुए आज भी राजधानी में कम उम्र के नाबालिक बच्चे राजधानी की सड़कों पर ई-रिक्शा लेकर फर्राटा भरते नजर आ रहे हैं।
लखनऊ डीएम के सख्त आदेशों के बाद भी कैसरबाग बस अड्डे की स्थिति नहीं बदली आज भी बसों का संचालन बस अड्डे के बाहर हो रहा है
डीएम के आदेशों के बाद कैसरबाग बस अड्डे के बाहर नगर निगम ने कार्रवाई कर फुटपाथ पर अतिक्रमण किए जिन दुकानदारों को हटाया था वहां धीरे-धीरे फिर स्थिति समान होती जा रही है
नगर निगम और हजरतगंज थाने से चंद कदमों की दूरी पर रहता है हर समय जाम लालबाग में कार मेकेनिको का रोड़ पर कब्जा
जयहिंद सिनेमा और शुभम सिनेमा के पास टू व्हीलर दुकानदारों से लेकर मैकेनिक का पूरी रोड पर कब्जा
चाइना चौकी प्रभारी इतना व्यस्त है कि क्षेत्र की बदहाल व्यवस्था देखने तक का टाइम नहीं
जाहिर है इन विभागों द्वारा की जाने वाली कार्रवाई सिर्फ और सिर्फ दिखावा मात्र होती है।
जिसका कमियाज़ा सिर्फ और सिर्फ शहर का आम नागरिक झेल रहा है।