कोई जरूरत हो तो तुरंत बताना’, संदेशखाली की पीड़िता और बशीरहाट से बीजेपी उम्मीदवार रेखा पात्रा से फोन पर बोले प्रधानमंत्री मोदी –

दिल्ली:- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में बशीरहाट से भारतीय जनता पार्टी (BJP) की उम्मीदवार रेखा पात्रा से फोन पर बात की। इस दौरान रेखा पात्रा को पीएम मोदी ने शक्ति स्वरूपा बताया और पूछा, चुनाव अभियान कैसा चल रहा है, कोई जरूरत हो तो तुरंत बताना। प्रधानमंत्री ने रेखा से उनकी चुनाव को लेकर प्रचार, तैयारियों, लोगों के बीच भाजपा के प्रति समर्थन और अन्य मुद्दों पर बात की। वहीं, बीजेपी उम्मीदवार ने संदेशखाली में महिलाओं द्वारा सामना की जाने वाली कठिनाइयों के बारे में पीएम मोदी को बताया।
*क्या बात हुई:*
रेखा पात्रा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूछा कि भारतीय जनता पार्टी की तरफ से उम्मीदवार घोषित किए जाने पर आपको कैसा लग रहा है? इस सवाल के जवाब में रेखा ने कहा, “बहुत अच्छा लग रहा है, आपका हाथ मेरे सिर पर है। मेरी संदेशखाली की मां बहनों के सिर पर आपका हाथ है, आप हमारे लिए भगवान समान हैं, लग रहा है राम जी हमारे साथ हैं और और राम जी का हाथ हमारे सर पर है।”
*इसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा:*
“माताओं, बहनों का हाथ तो मेरे सिर पर है। रेखा जी, मुझे आपका मैसेज मिला था, मैं यथासंभव कोशिश करता हूं कि भाजपा कार्यकर्ताओं से बात करता रहूं। मैं जानता हूं आप बंगाल की विपरीत राजनीतिक परिस्थितियों में प्रचार कर रहे हैं। जब आपका नाम घोषित हुआ तो माहौल क्या था? लोगों को कैसा लगा, आपको क्या प्रतिक्रियाएं मिली, मैं पूरा चित्र समझना चाहता हूं।”
इसके बाद रेखा पात्रा ने कहा, “संदेशखाली की जो मां-बहन हैं सब एकसाथ अत्याचार का शिकार हुई हैं। हमारे साथ जो हुआ उसे तो जेल हुई। हम लोग 2011 से वोट नहीं दे पाए। हम चाहते हैं कि संदेशखाली के सभी लोग शांति से वोट दे पाएं।”
*यह बहुत ही दुखद बात है:*
प्रधानमंत्री ने नरेंद्र मोदी कहा. मुझे पूरा विश्वास है कि आपकी बात चुनाव आयोग तक जरूर पहुंचेगी। इलेक्शन कमीशन इसका पूरा प्रबंध करेगा कि सभी लोग मतदान कर पाएं। आपने 2011 से वोट नहीं दिया है। यह बहुत ही दुखद बात है। इससे पता चलता है कि बंगाल में पिछली सरकारों ने किस तरह से व्यवहार किया है।”
*पीएम मोदी ने आगे पूछा:*
आपको टिकट मिलने पर आपके पड़ोसीयों की कैसी प्रतिक्रिया थी?” इस पर रेखा पात्रा ने कहा, “सब लोग खुश हैं। टीएमसी की 2-4 मां-बहनों ने इसका विरोध किया, मगर बाद में वे मान गईं। उन्होंने वीडियो कॉल से मुझे मैसेज भेजा और कहा कि उन्होंने ऐसा तृणमूल के नेताओं के कहने पर किया। मेरा किसी से विरोध नहीं है। मैं हर किसी के लिए लड़ाई लड़ रही हूं।”