वाराणसी
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काशी विश्वनाथ धाम मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या 1 करोड़ के पार –

 

✍️नवीन तिवारी

वाराणसी:– भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने निर्धारित समय से दो घंटे अधिक समय तक मंदिर के कपाट खोल कर भक्तों को बाबा विश्वनाथ का दर्शन कराने का फैसला किया। प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के आयोजन से काशी में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी हुई है। महाकुंभ में स्नान के बाद श्रद्धालुओं का रेला लगातार काशी भी पहुंच रहा है। काशी में विश्वनाथ मंदिर के इर्द-गिर्द श्रद्धालुओं का भयंकर जमावड़ा लगा हुआ है। हालत यह है कि जनवरी के 30 दिनों के दौरान बाबा विश्वनाथ के दर्शनार्थियों की संख्या का पुराना रिकॉर्ड टूट गया है। जनवरी के 30 दिनों के दौरान बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या एक करोड़ को पार कर गई है। इस बीच श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए पुराने दशाश्वमेध घाट पर होने वाली विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती को 5 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। टूट गया रिकॉर्ड,एक करोड़ श्रद्धालु पहुंचे बाबा धाम तक पहुंचने वाले हर मार्ग पर दो से पांच किलोमीटर लंबी श्रद्धालुओं की कतार लगी रही। भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने भी निर्धारित समय से दो घंटे अधिक समय तक मंदिर के कपाट खोल कर भक्तों को बाबा विश्वनाथ का दर्शन कराने का फैसला किया। भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए इस हफ्ते दूसरी बार यह कदम उठाया गया है जब महाशिवरात्रि के इतर दिनों में शयन आरती का समय बीतने के बाद भी गर्भगृह के कपाट खोले रखे गए। पिछले साल मार्च महीने के दौरान 31 दिनों में 95 लाख 63 हजार 432 श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन करके नया रिकॉर्ड बनाया था मगर अब यह रिकॉर्ड ध्वस्त हो गया है। जनवरी के 30 दिनों के दौरान ही बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने वालों की संख्या एक करोड़ को पार कर गई है। भारी भीड़ से प्रशासन और पुलिस के पसीने छूटे भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए जिला और पुलिस प्रशासन के भी पसीने छूट गए हैं। शहर में उमड़ी भारी भीड़ को देखते हुए वाहनों को शहर के बाहर ही रोका जा रहा है। इसके बाद श्रद्धालुओं को पैदल या ऑटो रिक्शा की मदद लेनी पड़ रही है। श्रद्धालुओं को करीब 5 किलोमीटर पैदल चलकर गंगा घाटों पर स्नान के बाद बाबा विश्वनाथ के दर्शन में कामयाबी मिल पा रही है। इसके लिए भी उन्हें कई-कई घंटे का इंतजार करना पड़ रहा है। गुरुवार को गीदौलिया,दशाश्वमेध, बांस फाटक, लक्सा और मैदागिन इलाकों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी हुई थी। बाबा कालभैरव मंदिर से मैदागिन होते हुए पांच किलोमीटर लंबी भीड़ बाबा दरबार तक अनवरत दर्शन करने में जुटी हुई थी। सोनारपुर और रथयात्रा से भी कतार बनाकर श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए पहुंचे। भारी भीड़ को देखते हुए दशाश्वमेध से गोदौलिया और गोदौलिया से गिरजाघर की ओर जाने वाले मार्ग को वापसी के लिए वनवे कर दिया गया था।

विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती 5 फरवरी तक स्थगित

इस बीच श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए किसी अनहोनी से बचने के लिए पुराने दशाश्वमेध घाट पर होने वाली विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती को 5 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। गंगोत्री सेवा समिति प्रबंधन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे इस बदलाव को समझदारी के साथ स्वीकार करें और धैर्य बनाए रखें।

दशाश्वमेध घाट पर आरती कराने वाली संस्था गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि जब तक काशी में भारी भीड़ का प्रवाह बना हुआ है, तब तक गंगा आरती देखने के लिए न आएं। उन्होंने यह भी अपील की है कि यदि कोई गंगा आरती देखने के लिए काशी आने की योजना बना रहा हो तो उसे अपनी यात्रा फिलहाल टाल देनी चाहिए। अस्सी और अन्य घाटों पर गंगा आरती करने वाली समितियों ने भी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे प्रशासन की ओर से तय किए गए दिशा निर्देशों और व्यवस्थाओं का पूरी तरह पालन करें।साभार

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