काशी में डेंगू कोरोना की तरह दूसरी बार कर रहा हमला,लिवर और फेफड़े को खतरा –

वाराणसी :– साल 2020 से लेकर साल 2022 तक कोरोना ने पूरे विश्व में कोहराम मचा दिया था।कोरोना ने करोड़ों लोगों को अपना शिकार बनाया था।लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी।कोरोना एक ही व्यक्ति को कई बार अपना शिकार बना रहा था।अब तीन साल बाद डेंगू में भी कुछ इसी तरह मामले दिखाई दे रहे हैं।एक बार डेंगू का शिकार मरीज सावधानी नहीं बरतने पर दोबारा डेंगू अपनी चपेट में ले रहा है।दूसरी बार डेंगू घातक साबित हो रहा है।सीधे लिवर और फेफड़ों को डैमेज कर रहा है।डॉक्टरों की मानें तो वायरस के अलग-अलग स्ट्रेन के संक्रमित होने के कारण ऐसी स्तिथि आई है।ऐसे में कई लोग डेंगू और चिकनगुनिया के अलग-अलग वायरस से संक्रमित हुए हैं।
आंकड़ों के मुताबिक हर दिन बीएचयू में लगभग 2 से 3 ऐसे मरीज सामने आ रहे हैं,जिनको डेंगू और चिकनगुनिया का डबल अटैक मिला है।इससे उनके लिवर में ज्यादा सूजन भी पाई गई है, जो कि खतरनाक साबित हो सकता है।
बीएचयू के मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर धीरेंद्र किशोर ने बताया कि डेंगू और चिकनगुनिया के चार स्ट्रेन हैं। इनमें डीईएन-वी 1,2,3 और चार शामिल हैं।इसमें कई लोग ऐसे हैं जो एक बार ठीक होने के बाद दूसरी बाद फिर डेंगू और चिकनगुनिया के इस स्ट्रेन से संक्रमित हो रहे हैं।
वाराणसी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि मौसम के कारण ऐसी स्थिति बनी हुई थी, जिसमें लोग वायरल फीवर से पीड़ित थे।हालांकि आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो पिछले साल की अपेक्षा इस बार डेंगू मरीजों की संख्या कम है।मौसम में अब बदलाव हुआ है।उम्मीद है कि एक हफ्ते में इस वायरल फीवर से लोगों को छुटकारा मिल जाएगा।