काशी की अति प्राचीन परंपरा को मंदिर प्रशासन एवं जिला प्रशासन ने गुमराह कर रंगभरी एकादशी महोत्सव को खंडित किया – पं लोकपति तिवारी

✍️नवीन तिवारी –
वाराणसी:- मैं पं लोकपति तिवारी पूर्व महंत श्री काशी विश्वनाथ मंदिर आप सभी अवगत करना चाहता हूं कि आज दिनांक 10 मार्च 2025 रंग भरी एकादशी महोत्सव के पर्व के विषय पर दिनांक 9 मार्च 2025 दिन रविवार को सर्किट हाउस में एक प्रशासनिक बैठक आहूत की गई थी,जिसमें राज्य मंत्री दयाशंकर मिश्रा, रविंद्र जायसवाल, मंडल आयुक्त जिलाधिकारी डिप्टी कलेक्टर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर,चंद्र मौली पांडे वाचस्पति तिवारी, शशांक पति तिवारी ब्रजपति तिवारी, एवं परिवार के लोग उपस्थित थे जिसमें यह निर्णय लिया गया की बाबा विश्वनाथ की पारंपरिक प्राचीन रजत चल प्रतिमा को मंदिर प्रांगण में लाकर रखा जाए और उनसे संबंधित जो भी पालकी, सिंहासन इत्यादि है उसे भी टेढ़ी नीम से लाकर मंदिर प्रांगण में रखा जाए और वहीं से बाबा विश्वनाथ की शोभायात्रा निकालकर काशी की जनता को पुराने तौर तरीके से प्राचीन प्रतिमा का दर्शन दिया जाएगा, परन्तु आज मंदिर प्रशासन एवं जिला प्रशासन ने गुमराह करके फिर से टेढ़ी नीम स्थित वाचस्पति तिवारी की आवास से विवादित प्रतिमा को मंदिर प्रांगण में आज सुबह मंगवा लिया जिसका जवाब नहीं देने के लिए कोई भी प्रशासन तैयार नहीं है और काशी की समस्त जनता को धोखे में रखा इस परंपरा को करने के लिए तैयार है।