
✍️नवीन तिवारी
वाराणसी: बनारस शहर का कैंट रोडवेज डिपो अब जल्द ही शहर से 14 किलोमीटर दूर मोहनसराय में स्थानांतरित किया जाएगा। इस स्थानांतरण की प्रक्रिया को अस्थायी तौर पर अंजाम दिया जाएगा, जहां करीब 12 एकड़ (387 बिस्वा) भूमि पर एक नया रोडवेज स्टेशन विकसित किया जा रहा है। यह निर्णय वाराणसी शहर में भीड़भाड़ को कम करने और यात्रियों को सुव्यवस्थित एवं आधुनिक परिवहन सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से लिया गया है। इसी क्रम में कैंट के विजयनगर स्थित मौजूदा चौधरी चरण सिंह रोडवेज स्टेशन को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल के तहत एक विश्वस्तरीय टर्मिनल के रूप में विकसित करने की योजना तैयार की गई है।
नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार, शहर की यातायात व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए नगर क्षेत्र में कुल 50 स्मार्ट बस स्टैंड विकसित किए जाएंगे। ये सभी बस स्टैंड तकनीकी रूप से उन्नत होंगे, जिनमें डिजिटल सूचना पटल, सीसीटीवी निगरानी, जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम, सोलर लाइटिंग और यात्रियों के बैठने के लिए आधुनिक सुविधाएं शामिल होंगी। ये बस स्टॉप शहर के अलग-अलग प्रमुख स्थानों पर स्थापित किए जाएंगे, ताकि नागरिकों को कहीं से भी बस सेवा प्राप्त करने में आसानी हो।
*नगर के जिन स्थानों पर ये स्मार्ट बस स्टैंड प्रस्तावित हैं, उनमें लंका बीएचयू, रविदास घाट, पहलवान लस्सी, रविंद्रपुरी पार्क, रविंद्रपुरी चौराहा, किनाराम आश्रम, भेलूपुर चौराहा, संकुलधारा पोखरा, जल कल विभाग, रथयात्रा चौराहा, कुबेर कॉम्प्लेक्स, नगर निगम कार्यालय, सिगरा स्टेडियम, काशी विद्यापीठ रोप-वे स्टेशन, कैंट बस स्टॉप, कैंट अंडरपास, राजाबाजार, चौकाघाट, अंधरापुल, तेलियाबाग, लहुराबीर, आर्य इंटर कॉलेज, गिरिजाघर क्रॉसिंग, मकबूल आलम रोड, पुलिस लाइन चौराहा, जेपी मेहता, भोजूबीर, महाराणा प्रताप चौक, शिवपुर, हरहुआ क्रॉसिंग, एयरपोर्ट रोड, पहड़िया मंडी, शिव सर्जिकल हॉस्पिटल, मवईया पोखरा, जवाहर लाल नेहरू कॉम्प्लेक्स सहित कई अन्य महत्वपूर्ण स्थान शामिल हैं।*
इस परियोजना से शहर के लाखों यात्रियों को राहत मिलने की उम्मीद है, खासकर उन यात्रियों को जो कैंट बस स्टेशन तक पहुंचने में कठिनाई महसूस करते थे। अब शहर के भीतर विभिन्न स्थानों से स्मार्ट स्टैंड के माध्यम से बस सेवाओं का सीधा और सुलभ लाभ उठाया जा सकेगा। इसके साथ ही मोहनसराय स्थित नया स्टेशन अस्थायी तौर पर यात्रियों की जरूरतों को पूरा करेगा, जब तक कि कैंट रोडवेज टर्मिनल को वर्ल्ड-क्लास स्तर का रूप नहीं दे दिया जाता।
नगर निगम और परिवहन विभाग इस परियोजना को अगले कुछ महीनों में चरणबद्ध तरीके से लागू करने की योजना पर कार्य कर रहे हैं। स्मार्ट बस स्टैंड का निर्माण भी एक ही समय पर विभिन्न जगहों पर शुरू किया जाएगा। परियोजना की निगरानी स्वयं जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है ताकि समयबद्ध ढंग से इसे पूरा किया जा सके।
वाराणसी जैसे धार्मिक और पर्यटन नगरी के लिए यह परियोजना यातायात सुधार और यात्री सुविधा की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। इससे न केवल यात्रा अनुभव बेहतर होगा, बल्कि शहर में सार्वजनिक परिवहन की गुणवत्ता भी नए मानकों को छू सकेगी।