आयोग अध्यक्ष ने की बैठक, अधिकारियों को दिए निर्देश

बांदा। उत्तर प्रदेश राज्य बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉ देवेन्द्र शर्मा ने गुरूवार को जिले के विद्यालयों, जिला चिकित्सालय मे एन आर सी केन्द्र व वन स्टॉफ सेंटर, आंगनवाड़ी केन्द्र व जिला जेल मे महिला बैरक का निरीक्षण किया। उन्होने आंगनवाड़ी केन्द्र बड़ोखर खुर्द मे गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार एवं फल वितरित किए। उन्होने पूर्व माध्यमिक विद्यालय कनवारा-2 के निरीक्षण के दौरान शिक्षा की गुणवत्ता, छात्र-छात्राओं की उपस्थिति मे सुधार करने के निर्देश दिए। जिला कारागार पहुंचकर महिला बैरक का निरीक्षण करने के पश्चात उन्होने महिला बंदियों के बच्चों की शिक्षा के साथ ही बच्चों को पालना (झूला) उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए। डॉ शर्मा ने एन आर सी सेंटर का निरीक्षण किया और कुपोषित एवं अति कुपोषित बच्चों की समय-समय पर उनके स्वास्थ्य मे सुधार की निगरानी रखने के भी निर्देश दिए। उन्होने बालश्रम रोकने के लिए शहर के प्रतिष्ठानों व फैक्ट्रियों का भी निरीक्षण किया और इस पर कड़ाई से रोक लगाने के निर्देश श्रम विभाग के अधिकारियों को दिए। उन्होने बाल विवाह एवं बाल भिक्षावृत्ति को रोकने के लिए पैनी नजर रखे जाने के निर्देश जिला बाल कल्याण समिति के सदस्यों व अधिकारियों को दिए। उन्होने गरीब परिवार के लोगों एवं श्रमिकों के बच्चो कों शिक्षा के लिए अटल आवासीय विद्यालय मे शिक्षा व्यवस्था के साथ ही बच्चों को नशे की लत से दूर रखने के लिए विद्यालय के शिक्षकांे एवं अच्छे बच्चों को शामिल कर प्रहरीक्लब बनाने के निर्देश दिए। निरीक्षण के पश्चात उन्होने बाल कल्याण एवं बाल संरक्षण से जुड़ी योजनाओ की विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होने आंगनवाड़ी केन्द्रों मे बच्चों के लिए सुविधाएं बढ़ाए जाने के बारे मे जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिए कि पंचायतों के सहयोग से 200 आंगनवाड़ी केन्द्रों मे फर्नीचर व अन्य सामान की व्यवस्था कराई जाए। इसी प्रकार शहर के 50 आंगनवाड़ी कन्द्रों मे व्यवस्थाएं बेहतर बनाने के लिए अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका को सहयोग करने के निर्देश दिए। कन्या सुमंगला योजना के तहत नवजात कन्याओं का इस योजना के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन कराकर लाभान्वित कराए जाने के भी निर्देश दिए।