उत्तर प्रदेश

आजमगढ़ में मायावती के मास्टर प्लान से सपा-भाजपा में मची खलबली –

आजमगढ़:- लोकसभा चुनाव में आजमगढ़ जीतने के लिए भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी ने अपने धुरंधरों को चुनावी मैदान में उतार दिया है।भाजपा के सामने चुनावी मैदान जीत दोहराने की चुनौती है तो वहीं सपा के सामने खोया हुआ जनाधार वापस पाने की चुनौती है। बहुजन समाज पार्टी के भी सामने अपने ध्वस्त हो चुके किले को खड़ा करने की चुनौती है। पूर्व मुख्यमंत्री बसपा मुखिया मायावती अपने पुराने सिपाहियों को चुनावी मैदान में उतार कर अपने ध्वस्त हो चुके किले को फिर से खड़ा करने के लिए सपना देख रही हैं।चर्चा है कि कभी संजय गांधी के बेहद करीबी रहे अकबर अहमद डंपी को बसपा आजमगढ़ से उतार सकती है।अगर प्लान के मुताबिक सब ठीक रहा तो आजमगढ़ में चुनावी जंग काफी दिलचस्प होगी।

 

बड़ा मुस्लिम चेहरा होने से डंपी को आजमगढ़ में फायदा मिलेगा।डंपी की सवर्ण बिरादरी में अच्छी पकड़ होने की वजह से भाजपा की मुश्किलें भी बढ़ेंगी।आजमगढ़ में त्रिकोणीय जंग हो सकती है।सियासी पंडितों के मुताबिक इस बार आजमगढ़ में मुकाबला नहीं महामुकाबला होने वाला है।सपा ने भाजपा की घेराबंदी करने लिए बसपा के पिछले उम्मीदवार गुड्डू जमाली को अपने पाले में लाकर लड़ाई आसान कर लिया है।एमवाई समीकरण के जरिए सपा यहां जीत दर्ज करना चाहती है।सपा मुखिया अखिलेश यादव आजमगढ़ जीतने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। अखिलेश यादव की पूरी ताक यहां अन्य जातियों के साथ यादव और मुस्लिमों को पूरी तरह साधने पर है।भाजपा अपनी जीत को दोहराने का दावा कर रही है। इस बीच मायावती का एक मास्टर प्लान ने भाजपा और सपा में खलबली मचा दी है।चर्चा है बसपा एक बार फिर अकबर अहमद डंपी को चुनावी मैदान में उतार सकती है।

बता दें कि आजमगढ़ में 1985 में सियासत की शुरुआत करने वाले रमाकांत यादव की तूती बोलती थी।रमाकांत यादव 1985, 1989, 1991 और 1993 में फूलपुर पवई विधानसभा से लगातार विधायक चुने गए थे। इसके बाद 1996 में सपा के टिकट पर सांसद चुने गए। 1998 के लोकसभा चुनाव में बसपा ने मुस्लिम दाव खेला और संजय गांधी के करीबी बाहुबली अकबर अहमद डंपी को चुनावी मैदान में उतार दिया।इसके बाद दोनों का 2008 के उपचुनाव में आमना सामना हुआ।रमाकांत यादव भाजपा से चुनावी मैदान में उतरे तो डंपी बसपा से चुनावी मैदान में उतारे।इस चुनावी जंग में डंपी ने फिर जीत हासिल की थी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page