लखनऊ:- यह मामला है कल शाम की घटना से जुड़ा हुआ जहां पर कल शाम को लगभग 5:00 बजे थाना ठाकुरगंज क्षेत्र के कैंपवेल रोड स्थित रोड पर लगा एक पीपल का पेड़ गिरा था, जिसको लेकर विद्युत विभाग एवं नगर निगम के कर्मचारी मौके पर पहुंचे थे, और रोड पर गिरे हुए पेड़ को हटाने का कार्य कर रहे थे।
वहीं पर मुनव्वर नाम का व्यक्ति जो अपने आप को नगर निगम का कर्मचारी बता कर गिरे हुए पीपल के पेड़ की लकड़ी को नगर निगम के डिपो प्वाइंट पे ना पहुंचा कर देर रात बेचने निकल जाता है।
जब उसको ऐशबाग स्थित एक आरा मशीन मे गाड़ी लगाते हुए देख कर उससे पूछा गया क्या यहां कैसे तो पहले तो भड़क कर बोला नगर निगम गाड़ियां यही भेजती है, और बाद मे बताया गया की यहां पर गाड़ी लाने के लिए क्षेत्रीय पार्षद रामनरेश चौरसिया ने कहा था।
जिसमें उसने यह भी कहा की नगर निगम द्वारा कोई वेतन नहीं मिलता है जिसकी वजह से वह यह काम कर रहा है।
पर ऐसे में कई सवाल खड़े होते हैं की इन लोगों को संरक्षण किसका मिल रहा है यह सबसे बड़ा सवालिया निशान है।
जिसको लेकर डायल 112 पीआरबी को बुलाकर खाला बाजार पुलिस के हवाले कर दिया गया है।
क्या ऐसे लोगों से नगर निगम एवं पार्षदों की छवि धूमिल नहीं हो रही???
अब इस पर क्या नगर निगम कलाबाजारी पर अंकुश लगा पाएगी, क्योंकि कहीं ना कहीं ऐसे कामो से नगर निगम राजस्व को न जाने कितना नुकसान उठाना पड़ता है, क्योंकि राजधानी में न जाने कितने ऐसे मामले चल रहे होंगे जिसकी भनक नगर निगम तक है ही नहीं।
*अब इसको क्या समझा जाए???*