
लखनऊ:- गोमती नगर के सीएमए भवन के ऑडिटोरियम में द इंस्टीटयूट ऑफ कास्ट अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएमएआई) के लखनऊ चैप्टर द्वारा दो दिवसीय जी.एस.टी कान्क्लेभ का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में जीएसटी कर एवं वित्त सलाहकार सी०एम०ए० अनिल शर्मा को आमंत्रित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ लखनऊ चैप्टर के अध्यक्ष सी०एम०ए० रंजीत सिंह द्वारा दीपदान प्रज्वलित कर किया गया, जिसमें सी०एम०ए० शील कुमार मित्तल, सी०एम०ए० राकेश यादव, सी०एम०ए० सुनील कुमार सिंह, सी०एम०ए० अभिषेक मिश्रा सचिव, सी०एम०ए० नरेन्द्र कुमार कोषाध्यक्ष, सी०एम०ए० नैन्सी गुप्ता, सी०एम०ए० कविता तिवारी, सी०एम०ए० पल्लवी अग्रवाल एवं बड़ी संख्या में अन्य प्रतिभागियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर सी०एम०ए० रंजीत सिंह आईसीएमएआई लखनऊ चैप्टर ने कहा आदरणीय मुख्या अतिथि विशिष्ट अतिथिगण सम्मानित सदस्य प्रिये अध्येताओं तथा मेरे प्यारे मित्रों आज का यह दिन हमारे लिए अत्यंत गर्व का अवसर है क्यूंकि इस विशेष संगोष्ठी को सफल बनाने एवं देश की तरक्की में योगदान देने के लिए हम सब यहाँ इक्कठे हुए हैं यह संगोष्ठी हमारी एकता तथा ज्ञान तथा देश समर्पण का प्रतीक है हमारे मुख्य अतिथि जिनकी उपस्तिथि इस मंच को और भी गौरवमयी बनती हैए उनके प्रति हम विशेष रूप से आभार व्यक्त करते हैं आपका मार्गदर्शन और प्रेरणा दायक व्यक्तित्व हम सबके लिए उपहार स्वरुप है।
जैसा की आप सभी जानते हैं की हम सब यहाँ पर जी एस टी के प्रावधानों तथा समय समय पर किये गए नवीनतम बदलावों का व्यवसायों पर होने वाले प्रभाव की जानकारी साझा करनेए सही कर भुगतान को बढ़ावा देने तथा व्यवसायी एवं सरकार दोनों के ख़ज़ाने मे वृद्धि किस प्रकार से की जाए के सम्बन्ध में विचार विनिमय करने हेतु उपस्थित हुए हैं। जैसा की हम सभी जानते हैं की जी एस टी एक अप्रयतक्ष कर है जो की निर्माता से उपभोक्ता तक आपूर्ति श्रृंखला के प्रत्येक चरण पर लगाया जाता है तथा इस कर को अंतिम उपभोक्ता द्वारा वहन किया जाता हैद्य जी एस टी कर प्रणाली द्वारा भारत की अप्रत्यक्ष कर प्रणाली में व्यापक सुधार की नींव रखी गयी अंततः 1 जुलाई 2017 को वस्तु एवं सेवा कर अधिनियम के रूप में लागू होने के बाद ए अप्रत्यक्ष कर प्रणाली अपनी शुरुआत से ही कई संशोधनों से गुज़री। इसी के क्रम मे दिनांक २२ सितम्बर २०२५ से लागू होने वाली नयी दरें घटाई एवं सरल की गयीं है भारतीय घरों मे प्रतिदिन प्रयोग मे आने वाली वस्तुओं पर जी एस टी कीदर घटाते हुए ५ कर दी गयी है साथ ही स्वास्थ्य एवं जीवन बिमा पर जी एस टी शुन्य कर दी गयी है जी० एस० टी० दर घटने से नकद एवं बिना बिल वाले लेन देन वाले व्यापर कम होंगे जिस से संगठित व्यापार बढ़ेगा तथा जी एस टी नियमो का अनुपालन आसान होगा जी० एस० टी० दर घटने के कारण वस्तुओं का उपभोग बढ़ेगा जिस से देश के व्यापार मे तरक्की होगीए रोज़गार को बढ़ावा मिलेगा साथ देश की जी डी पी में विस्तार होगा।
यहाँ ये भी उल्लेखनीय है की हमारे मध्य विराजमान हमारे कॉस्ट अकाउंटेंट वरिष्ठगण तथा मित्र जो भारत के अग्रणी संस्थान दा इंस्टिट्यूट ऑफ़ कॉस्ट अकॉउंटेंट्स ऑफ़ इंडिया के सदस्य हैं के द्वारा देश के राजस्व सृजन में अहम् भूमिका निभा रहें हैंच वो चाहे किसी निजी संस्था में हो या फिर किसी पी एस यू सरकारी विभाग में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हो या फिर निजी पेशेवर हो हर भूमिका में वो स्तम्भ की तरह अपने ज्ञान के माध्यम से व्यवसायों को बढ़ावा दे रहे हैं साथ ही सही कर की गढ़ना कर सरकार के ख़ज़ाने में इज़ाफ़ा भी कर रहे हैं साथ ही नियमों के अनुपालन को सुनिश्चित कर कानूनी वाद विववाद को घटाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
गेस्ट ऑफ ऑनर सी०एम०ए० शील कुमार मित्तल, वित्त निर्देशक उ०प्र० मेट्रो रेल कार्पोरेशन लिमिटड जिन्होंने जी०एस०टी० 2.0 के लागू होने के बाद सी०एम०ए० प्रोफेशनल की जिम्मेदारी बढने की बात कह बताया है कि इंड यूजर तक वस्तु के दाम की कमी का लाभ पहुंचानें में महत्वपूर्ण भूमिका है। जी०एस०टी० इंन्पुट टैक्स क्रेडिट का उचित संगडना एवं क्रियान्वयन कर जी०एस०टी० के लिटिगेशन को कम करना होगा।
गेस्ट ऑफ ऑनर सी०एम०ए० राकेश यादव चेयरमैन नार्दन इंडिया रीजनल काउंसिल, बताया की सी०एम०ए० की सेवा का महत्वपूर्ण योगदान व्यावसायिक लिटिगेशन के समाधान में मिलेगा जी०एस०टी० के बदलाव का क्रियान्वय कर लाभ उपभोक्ता को प्राप्त होगा। भारत की वित्त संरचना को बढ़ावा मिलेगा और विकसित भारत 2047 का लक्ष्य भी प्राप्त होगा।
सी०एम०ए० अनिल शर्मा, जी०एस०टी० एक्सपर्ट, मुख्य प्रवक्ता के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने जी०एस०टी० के प्रावधानों पर विस्तार से परिचर्चा की। विभिन्न व्यापारिक संस्थानों से आये प्रतिभागियों के प्रश्नों का समाधान किया जी०एस०टी० के एक्सपर्ट प्रतिभागियों के साथ जी०एम०टी० 2.0 पर भी विस्तार में चर्चा हुई।
इस अवसर पर CMA अभिषेक मिश्रा सचिव ICMAI लखनऊ चैप्टर ने कहा,,GST 2.0 भारत की कर प्रणाली को सरल और पारदर्शी बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। CMA उद्योगों को नए GST ढांचे के अनुरूप मार्गदर्शन देंगे लागत विश्लेषण द्वारा उपभोक्ताओं तक लाभ पहुँचाएंगे तथा MSME को अनुपालन में सहयोग कर देश की अर्थव्यवस्था को और मजबूत बनाएंगे।”
मुख्य रूप से सी०एम०ए० मेम्बर, कारपोरेट प्रतिभागी, अन्य जी०एस० टी० प्रैक्टिशनर समेत बड़ी संख्या में प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया।