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अमेठी के इस गांव ने ’ रोड नहीं तो वोट नहीं’ लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का किया ऐलान –

अमेठी:- उत्तर प्रदेश के वीवीआईपी जिले अमेठी के गौरीगंज तहसील क्षेत्र के एक गांव में सड़क का निर्माण न होने से नाराज स्थानीय लोगों ने लोकसभा चुनाव में मतदान के बहिष्कार का ऐलान किया है।जामो विकासखंड में पूरे अल्पी तिवारी ग्रामसभा स्थित सरमें पुरवा के निवासियों ने गांव के बाहर एक बैनर लगाया है,जिसमें लिखा है कि रोड नहीं तो वोट नहीं के नारे के साथ नेताओं शर्म करो,आजादी के बाद से हम लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। जिला प्रशासन का कहना है कि मामले की जांच कराई जा रही है तथा समस्या का समाधान कराने का पूरा प्रयास किया जाएगा।

 

सरमें पुरवा गांव के रहने वाले ओमप्रकाश ओझा ने बताया कि गांव में जाने आने का पक्का रास्ता न होने के कारण बहुत मुश्किल होती है और बारिश के मौसम में स्थिति बदतर हो जाती है।हालात यह है कि गांव के लोगों को अपने बच्चों की शादी का आयोजन मजबूरन किसी दूसरी जगह करना पड़ता है।उन्होंने बताया कि गांव में जल निकासी की भी कोई व्यवस्था नहीं है।पीने के पानी का भी सही बंदोबस्त नहीं है और तो और जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर घर नल से जल पहुंचाने की योजना भी इस गांव तक नहीं पहुंची है। यह गांव उस अमेठी लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है जो कई दशकों तक केन्द्र की सत्ता में दबदबा रखने वाले नेहरू-गांधी परिवार का सियासी गढ़ रहा और पिछले 5 साल से केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी यहां से सांसद हैं।

 

सरमें पुरवा के रहने वाले राम अभिलाष ने बताया कि आजादी के बाद से अब तक इस गांव का विकास ही नहीं हुआ है।स्थानीय लोग अपने जनप्रतिनिधियों से लगातार शिकायत करते रहे मगर किसी ने कोई सुनवाई नहीं की। उन्होंने बताया कि लगातार उपेक्षा से तंग आकर अब ग्रामीणों ने पूरी तरह से मन बना लिया है कि जब तक समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता है तब तक आगामी लोकसभा चुनाव का पूरी तरह से बहिष्कार किया जाएगा।

 

गौरीगंज एसडीएम दिग्विजय सिंह ने इस बारे में पूछे जाने पर बताया कि उन्हें प्रकरण की जानकारी मिली है तथा मामले की जांच कराई जा रही है।जांच के बाद समस्या के समाधान का पूरा प्रयास किया जाएगा। बता दें कि पिछले हफ्ते संग्रामपुर विकासखंड के भवानीपुर गांव के लोगों ने भी रोड नहीं तो वोट नहीं का बैनर लगाया था। हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों ने समस्या के समाधान का आश्वासन देकर नाराज लोगों को शांत कराया था।

बता दें कि कुछ सीमित समय को छोड़ दिया जाए तो अमेठी के लोगों ने लगातार कांग्रेस प्रत्याशियों को ही चुनते रहे हैं।पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी 1980 में अमेठी लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे।संजय गांधी के निधन के बाद हुए उपचुनाव में इंदिरा गांधी के बड़े बेटे राजीव गांधी ने अमेठी लोकसभा सीट से दो लाख से अधिक मतों से जीते थे। राजीव गांधी अमेठी लोकसभा से 1984, 1989 और 1991 में भी जीते थे। राजीव गांधी के बेटे राहुल गांधी 2004 से 2019 तक अमेठी से ही सांसद रहे। 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल को हराने वाली केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का पांच साल का कार्यकाल भी बीत गया है।

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