
लखनऊ:- अम्बेडकरनगर के अकबरपुर स्थित राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में विगत 13 एवं 14 सितंबर से चल रही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, अवध प्रांत की प्रान्त कार्यकारिणी बैठक का आज समापन हुआ।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की संगठनात्मक संरचना के मुताबिक अवध प्रांत के 13 प्रशासनिक एवं 27 संगठनात्मक जिलों के कार्यकर्ता एवं पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं ने बैठक में प्रतिभा किया।
बैठक के आखिरी दिन बैठक कुल चार सत्रों में विभाजित की गई। जिस सत्र को अवध प्रांत की अध्यक्ष प्रो० नीतू सिंह, प्रांत मंत्री पुष्पेंद्र बाजपेई एवं प्रांत संगठन मंत्री अंशुल विद्यार्थी ने संबोधित किया। समापन दिवस के प्रथम सत्र में सदस्यता,नगर इकाई एवं परिसर इकाई पर चर्चा की गई,जिसमें अवध प्रांत की ओर से केंद्र से लिए लिए गए आठ लाख सत्ताईस हजार तीन सौ छाछठ के लक्ष्य में चार लाख उन्तालीस हजार पांच सौ पंद्रह छात्र एवं छात्राओं की सदस्यता करा ली है।
सत्र क्रमांक दो आयाम कार्य गतिविधि का रहा जिसमें अभाविप के कुल बाईस आयामों पर वर्ष भर के अंदर किए गए कार्यों एवं आयामों द्वारा आगामी कार्य योजनाओं पर चर्चा हुई। जिसमें (SFS ) स्टूडेंटस फॉर सोसाइटी के संयोजक ऋषभ गुप्ता ने आगामी 17 सितंबर को पूरे अवध प्रांत के अंदर SFS के माध्यम से मेगा ब्लूड कैंप के अंतर्गत व्यापक स्तर पर प्रांत के हर जिलों में ब्लड डोनेशन कैंप आयोजन करने की बात कही।
सत्र क्रमांक तीन :
प्रस्ताव एवं सत्र क्रमांक चार आगामी कार्य एवं कार्य योजना : जिसमें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के उत्तराखंड देहरादून में आयोजित हो राष्ट्रीय अधिवेशन एवं अवध प्रांत के प्रांत अधिवेशन पर चर्चा की गई तत्पश्चात प्रदेश मंत्री पुष्पेंद्र बाजपेई ने बैठक के समापन की घोषणा करते हुए कार्यकर्ताओं के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा यह संगठन छात्रों से प्रारंभ हो, छात्रों की समस्याओं के निवारण हेतु एक एकत्र छात्र शक्ति का परिचायक है। विद्यार्थी परिषद् के अनुसार, छात्रशक्ति ही राष्ट्रशक्ति होती है। विद्यार्थी परिषद् का मूल उद्देश्य राष्ट्रीय पुनर्निर्माण है।
स्थापना काल से ही संगठन ने छात्र हित और राष्ट्र हित से जुड़े प्रश्नों को प्रमुखता से उठाया है और देशव्यापी आंदोलनों का नेतृत्व किया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने छात्र-हित से लेकर भारत के व्यापक हित से सम्बद्ध समस्याओं की ओर बार-बार ध्यान दिलाया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् शिक्षा के व्यवसायीकरण के खिलाफ बार-बार आवाज उठाती रही है। इसके अतिरिक्त अलगाववाद, अल्पसंख्यक तुष्टीकरण, आतंकवाद और भ्रष्टाचार जैसी राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के खिलाफ यह संगठन लगातार संघर्षरत रहा है। बिहार में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नाम सबसे अधिक रक्तदान करने का कीर्तिमान है । इसके अलावा अ०भा०वि०प० निर्धन मेधावी छात्र, जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिय़े निजी कोचिंग संस्थानों में नहीं जा सकते, उनके लिये स्वामी विवेकानंद निःशुल्क शिक्षा शिविर का आयोजन किया जाता है।
इस दो दिवसीय बैठक में अवध प्रांत के विभिन्न स्थानों से आए पूर्णकालिक कार्यकर्ता सहित तमाम छात्र एवं छात्राएं उपस्थित रही।