अन्नपूर्णा मंदिर 48 दिवसीय कुंभाभिषेक महानुष्ठान मे शुरू हुआ आयोजन;तीन दिन चलेगा समारोह

✍️नवीन तिवारी
वाराणसी:- पहली बार भगवती के दरबार मे शिव शिवाह संपन्न हुआ
प्रतिष्ठा समारोह के अंतर्गत कल्याणोत्सव में शिव पार्वती विवाह
माता व बाबा की चल प्रतिमा झूमते देख भक्त हुए मंत्रमुग्ध
अन्नपूर्णा मंदिर में 48 दिवसिय कुंभाभिषेक आयोजन का समापन बुधवार को होगा।
जिसके मद्देनजर तीन दिवसीय अन्नपूर्णा देवी प्रतिष्ठा व मंडलाभिषेक संपूर्ति समारोह मंदिर प्रांगण मे आयोजित है।
अन्नापूर्णेश्वरी दरबार में चल रहे अनुष्ठान के अंतर्गत भव्य समारोह में पूजा – पाठ हवन यज्ञ के साथ ही भव्य भक्ति संगीत में गायन वादन और नृत्य के साथ अनुष्ठान 26 मार्च को संपन्न होगा।
प्रथम दिन के आयोजन में शिव पार्वती विवाह व सांस्कृतिक कार्यक्रम से शुरू हुआ, शिव –
पार्वती विवाह हुआ। इस अवसर पर पुरे मंदिर प्रांगण को विभिन्न प्रकार के सुगंधित पुष्पों से सजाया गया । सुबह से हीं भक्तों का ताता लगा रहा पहली बार माँ अन्नपूर्णा के प्रांगण मे महंत शंकर पुरी के सानिध्य ब्रामणो द्वारा मंत्रोचार के साथ शुरू हुआ साथ हीं आये भक्त पार्वती रूप मे माँ अन्नपूर्णा व बाबा के चल प्रतिमा को देख निहाल हो रहें है.
माता दरबार मे विवाह गीत गए गए –
माता व बाबा की चल प्रतिमा को मंदिर प्रांगण मे महंत शंकर पूरी ने सविधि आरती उतारी, मौजूद भक्तों ने महादेव के उद्घोष से माँ का दरबार गुजमान होता रहा, कंधे पर लेकर एक फेरी घुमाया गया घूमने के दौरान भक्त व कुछ छात्राये डांडिया के साथ दक्षिण भारतीय स्वरूप मे चल प्रतिमा को लेकर शिव बारात रूप मे झूमते हुये परिक्रमा किया।
इस मौके पर महंत शंकर पूरी ने कहा कि भगवती की पूजा से दीघायु और सभी को समृद्धि प्राप्त होती है, मंदिर के अनुष्ठान हमेशा ‘ सर्वे जना: सुखिनो भवन्तु’ प्रार्थना के साथ समाप्त होते हैं।
इनकी रही मौजूदगी –
मंदिर से मौजूदगी रही धीरेन्द्र सिंह प्रदीप श्रीवास्तव व राकेश तोमर समेत मंदिर परिवार रहा.
मंदिर मे चल रहें सांस्कृतिम कार्यक्रम के सयोजक रकन्हैया दूबे भी रहें।
श्रृंगेरी मठ के तरफ से मुख्य रूप से रहें।
चल्ला अन्नपूर्णा प्रसाद चल्ला सुब्बाराव शास्त्री, चल्ला चिंतामणि गणेश चल्ला जगन्नाथ शास्त्री चल्ला अभिनव शास्त्री ,षडानन पाठक कारखेड़कर
दक्षिण भारतीय शैली मे पहले दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम मे गणेश वंदन सरस्वती पूजन अन्नपूर्णा स्त्रोतम व शिव विवाह गायन कर लोगों का मन मोह लिया।
गायन मे रहें परणी वेद प्रभावती नाद श्वरम, तबला पे प्रकास की बोर्ड गोविद राज ,पैड पर वेंकतेश झाल संजय कुमार ,डॉ राज कुमार पखावच।
वही डांडिया के लिये आई एक दर्जन से अधिक छात्राये जिन्होंने माता दरबार मे प्रस्तुति की जिसे देख भक्त झूमें।
वाराणसी कि रहने वाली- अदिति शर्मा, वंशिका शर्मा ,श्रृंति चौधरी, सिद्धि ,माधुरी समेत अन्य रही।