अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर कुलपति प्रो. ए.के. त्यागी ने किया ‘योग दर्शन : ज्ञान का अक्षय भंडार’ नामक पुस्तक का लोकार्पण –

वाराणसी:- महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो. आनन्द कुमार त्यागी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर शनिवार को ‘योग दर्शन : ज्ञान का अक्षय भंडार’ नामक पुस्तक का लोकार्पण किया। पुस्तक के संपादक प्रो. निरंजन सहाय व डॉ. अविनाश कुमार सिंह एवं सह-संपादक उज्ज्वल कुमार सिंह हैं। इस मौके पर कुलपति प्रो. त्यागी ने कहा कि योग भारतीय सभ्यता की अमूल्य धरोहर है, जो केवल आसनों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह प्रकृति और आत्मा के मध्य एक सेतु का कार्य करता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में जब मानव और प्रकृति के मध्य सामंजस्य टूट रहा है, तब योग ही वह माध्यम है, जो इस विभाजन को समाप्त कर पुनः संतुलन और सामंजस्य स्थापित कर सकता है। उन्होंने पुस्तक की सराहना करते हुए कहा, ‘योग दर्शन : ज्ञान का अक्षय भंडार’ एक ऐसी पुस्तक है, जो योग को केवल शारीरिक व्यायाम के रूप में नहीं, बल्कि वृहत्तर भारतीय ज्ञान परंपरा का अंग बनाकर प्रस्तुत करती है।
पुस्तक के प्रधान संपादक प्रो. निरंजन सहाय ने कहा कि यह पुस्तक न केवल योग के शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक पक्षों को उद्भासित करती है, बल्कि उसे भारतीय दर्शन, प्रकृति और आत्मबोध के गहरे संदर्भ में भी प्रस्तुत करती है। इस अवसर पर पुस्तक के सह-संपादक उज्ज्वल कुमार सिंह, नोडल समन्वयक योग एवं छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष प्रो. राजेश कुमार मिश्र, कुलसचिव डॉ. सुनीता पाण्डेय, वित्त अधिकारी एवं वाणिज्य संकायाध्यक्ष प्रो. सुधीर कुमार शुक्ल, कुलानुशासक प्रो. के.के. सिंह, निदेशक आउटरीच प्रो. संजय, एलुमनी सेल के निदेशक प्रो. नलिनी श्याम कामिल, जनसंपर्क अधिकारी डॉ. नागेंद्र कुमार सिंह, परीक्षा नियंत्रक दीप्ति मिश्रा, उपकुलसचिव हरीश चन्द व आनन्द कुमार मौर्य आदि उपस्थित रहे।